Tuesday, September 11, 2012

पहाड़ों व जंगलों में मिली बुद्ध की निशानी

लखीसराय : राज्य सरकार के शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित काशी प्रसाद जायसवाल शोध संस्थान बिहार पटना के सहायक निदेशक अनिल कुमार के नेतृत्व में चार सदस्यीय शोध अन्वेषक की टीम ने शनिवार को जिले के धार्मिक, ऐतिहासिक व पौराणिक स्थलों का जायजा लिया। जिला प्रशासन की ओर से वरीय उप समाहर्ता देवेन्द्र कुमार एवं डीपीआरओ प्रमोद कुमार की निगरानी में शोध संस्थान पटना से आए सहायक निदेशक अनिल कुमार के साथ सहायक निदेशक संजीव कुमार सिन्हा, अन्वेषक मानस रंजन मनवंश एवं कमलेश कुमार सबसे पहले सिंगारपुर गांव गए जहां खुदाई में मिले प्राचीन शिवलिंग व विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्ति की जांच की तथा उसकी फोटोग्राफी की। शोध अन्वेषक की टीम ग्रामीणों के साथ बिछवे पहाड़ी पर अंकित बौद्ध लिपि, प्रतिमा एवं सुरंग सहित खुदाई में मिले पत्थरों व ईट का अवलोकन किया तथा डिजीटल सेटेलाइट मशीन से पुरातात्विक महत्वों की जांच की। जांच टीम बिछवे पहाड़ी के उपर खुदाई में निकले कई पुराने ईट को अपने साथ लेते गई। इसके बाद शोध टीम लय, रामसीर एवं उरैन गांव जाकर बौद्ध काल के अवशेषों, शिलापट एवं अन्य कई महत्वपूर्ण स्थलों पर जाकर उसकी जांच कर कैमरे में तस्वीर कैद किया। सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि जिले के जगदंबा मंदिर बड़हिया, अशोकधाम मंदिर, बिछवे पहाड़, उरैन आदि स्थलों पर ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं ज्योग्राफीकल जांच की गई। इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार के कला संस्कृति, विरासत समिति पर्यटन विभाग को सौंपा जाएगा। शोध टीम के साथ स्थानीय शोधकर्ता अनिल सिंह, अमरपुर पंचायत के मुखिया गंगा प्रसाद, सरपंच रमाधार सिंह, पूर्व मुखिया विजय शंकर सिंह, लायंस क्लब के सचिव सीताराम सिंह, पूर्व प्रधानाध्यापक कृष्णनंदन सिंह, पूर्व प्रमुख सुजीत कुमार, मुखिया पंकज कुमार आदि कई प्रबुद्ध लोग शामिल थे।
Source:- Jagran

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